संज्ञा
| छाती के अंदर बायीं ओर का एक अवयव जिसके स्पन्दन से सारे शरीर की नाड़ियों में रक्त-संचार होता रहता है:"हृदय प्राणियों का महत्वपूर्ण अंग है" पर्याय: हृदय, कलेजा, करेजा, दिल, हिय, जिगर, उर, मर्म स्थल, मर्म, जिया, जियरा, ही, उछंग, अवछंग, असह, उअर,
| | ताश के पत्तों के चार भेदों में से एक जिस पर पान के पत्ते के आकार की लाल रंग की बूटियाँ बनी रहती हैं :"काश ! मेरे पास पान का गुलाम होता" पर्याय: पान,
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