| 1. | बहुतेरों में तो समांतरण बिल्कुल ही नहीं दिखाई देता।
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| 2. | बहुतेरों में तो समांतरण बिल्कुल ही नहीं दिखाई देता।
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| 3. | बहुतेरों में तो समांतरण बिल्कुल ही नहीं दिखाई देता।
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| 4. | कभी कभी समांतरण आंशिक होता है, जैसे कि यमल क्रिस्टलों (
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| 5. | कभी कभी समांतरण आंशिक होता है, जैसे कि यमल क्रिस्टलों (twin crystals) में।
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| 6. | मेंट या आंशिक समांतरण हो सकता है, या समांतरण का पूर्ण अभाव हो सकता है।
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| 7. | मेंट या आंशिक समांतरण हो सकता है, या समांतरण का पूर्ण अभाव हो सकता है।
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| 8. | कभी कभी समांतरण आंशिक होता है, जैसे कि यमल क्रिस्टलों (twin crystals) में।
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| 9. | इसी प्रकार “विषमांगी समुच्चय” में भी लगभग पूर्ण समांतरण हो सकता है झ्र्जैसा समाकृतिक वृद्धि (
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| 10. | क्रिस्टलों में यमलन का कारण अणुओं में पूर्ण समांतरण की कमी मानी जाती है, जो क्रिस्टलन के प्रक्रम में अणुबलों को यथोचित समय न मिलने के कारण होती है।
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