यह निराशा और पराजयवाद के लिए नेतृत्व नहीं करता है.
2.
उसके बाद का दौर हॉब्सबॉम के पराजयवाद और निराशावाद का दौर है।
3.
लेकिन यह कभी-कभी पराजयवाद का प्रथम चरण भी बन जाती है ….
4.
लंगड़ की बातचीत में आज निराशावाद ; धन-नियतिवाद-सही-पराजयवाद-बटा-कुण्ठावाद का कोई असर न था.
5.
क् योंकि बहुत से लोग जिन् होंने एक सपने को सत् य करने के लिए परिश्रम किया था वे पराजयवाद की पद्धति में होंगे।
6.
उसे शून्य समझना पराजयवाद है (या फिर शायद ऐसे लोग वहीं से शुरुआत मानते हों जहाँ से राजनीति में उनका जन्म हुआ हो) ।
7.
हम काट पाने पराजयवाद “या” छूट “इस प्रकार, किसी भी स्थिति यह है कि मौजूदा कानून की प्रभावशीलता पर सवाल उठाया के रूप में देखा था” “.”
8.
सम्मेलन के दांत के साथ एक साधन है, और हम यह काटने. पराजयवाद “या” छूट “इस प्रकार, किसी भी मौजूदा कानून के प्रभाव सवाल के रूप में देखा गया था”.
9.
लेकिन यह समझना कठिन है कि पर्यावरण संबंधी राजनीति अथवा वास्तव में कोई भी राजनीतिक कार्रवाई, उत्तरआधुनिकतावाद के सर्वाधिक मौलिक सिध्दांतों के अनुरूप कैसे हो सकती है जो कि एक गहरा ज्ञानमीमांसापरक संदेहवाद और व्यापक राजनीतिक पराजयवाद है।
10.
इसके बावजूद यह तथ्य है कि 1930 के बाद से हिंदी साहित्य के क्षेत्र में, व्यापक पैमाने पर व्यक्तिवाद, भोगवाद, निराशावाद, पराजयवाद, रुग्ण रोमांस, कुंठा, आत्मपीड़न, अंतर्मुखता, अनास्था, नियतिवाद, हालावाद मौजूद रहा।