ये मजदूर परांग इलाके में एक सरकारी सड़क परियोजना के लिए काम कर रहे थे।
3.
तुम मुझे भय भीत कर युद्ध से परांग मुख कर मुझे निर्वीर्य बनाना चाहती हो.
4.
अत: दुःख को उत्पन्न करने वाली संसार-भावना को जागृत करने वाली परांग मुखी दृष्टि से मुख मोड़ कर स्व-आत्मा, स्वगुण-स्वभाव एवं शुद्धात्म स्वभाव की ओर दृष्टि कर लेनी चाहिए ।