| 1. | समझें देववाद का मर्म एवं लें उनसे शिक्षण
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| 2. | विद्वान् प्राकृतिकशक्तियों से भी देववाद की उद्भावना मानते हैं.
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| 3. | मध्ययुगीन यूरोप में देववाद की प्रधानता थी।
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| 4. | जैनियों के देववाद में तीर्थकर प्रमुख है।
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| 5. | एकेश्वरवाद स्थूल देववाद है और अद्वैतवाद सूक्ष्म
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| 6. | मध्ययुगीन यूरोप में देववाद की प्रधानता थी।
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| 7. | यूरोप केरहस्यवाद का नाम तक नहीं, सीधा देववाद है।
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| 8. | देववाद चार प्रकार का पाया जाता है।
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| 9. | देववाद के पीछे छिपे हुए उस उद्देश्य को समझिये।
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| 10. | बहुदेववाद वस्तुतः एक देववाद का ही एक रूप है ।
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