संज्ञा
| वह जो चोरी करता हो :"गाँव वालों ने चोर को रँगे हाथों पकड़ लिया" पर्याय: चोर, चोट्टा, अपहर्ता, अपहारक, अपहारी, दिवाभीत, परिमोषक, रेरिहान, अर्थहर, नकतंचर, नक्तञ्चर, कुसुमाल, नागरक, अशित्र, लुंटाक, लुण्टाक,
| | वह गड्ढा जो बरसात के दिनों में जमीन के दब जाने से बन जाता है या जिसमें बरसाती पानी एकत्र हो जाता है:"कच्ची सड़क पर जगह-जगह भँगारे हैं" पर्याय: भँगार, भंगार, खादर,
| | शंखपुष्पी का पुष्प जो शंख की तरह होता है:"बगीचे से शंखपुष्पी की महक आ रही है" पर्याय: शंखपुष्पी, शंखाहुली, शंखनाम्नी, शङ्खपुष्पी, शङ्खाहुली, शङ्खनाम्नी, शंखपुष्पिका, शङ्खपुष्पिका, कौड़ियाला, शंबुकपुष्पी, शम्बुकपुष्पी, चोर-पुष्पी, चोर-पुष्पिका, अंधाहुली, मंगल्यकुसुमा, मंगल्या, शंखकुसुमा, भूतलता, केशिनी,
| | शंख के समान सफेद पुष्पों वाली एक लता जो भारत में सर्वत्र पाई जाती है और औषध के रूप में प्रयुक्त होती है :"शंखपुष्पी प्रसरणशील एवं छोटी-छोटी घास के समान होती है" पर्याय: शंखपुष्पी, शंखाहुली, शंखनाम्नी, शङ्खपुष्पी, शङ्खाहुली, शङ्खनाम्नी, शंखपुष्पिका, शङ्खपुष्पिका, कौड़ियाला, चोरपुष्पी, चोरपुष्पिका, चोरपुष्प, चोरहुली, चोराख्या, चोरा, शंबुकपुष्पी, शम्बुकपुष्पी, चोर-पुष्पी, चोर-पुष्पिका, अंधाहुली, मंगल्यकुसुमा, मंगल्या, शंखकुसुमा, वनविलासिनी, भूतलता, केशिनी,
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