| 1. | देखें उस ऐतिहासिक संग्रह के कुछ शृंगारपरक गीतांश-
|
| 2. | गीतांश फाउंडेशन के तहत किशोर सर इंग्लिश क्लासेज में ‘
|
| 3. | आइए शुरू करते हैं गीतांश और उनसे सम्बन्धित प्रश्नों का सिलसिला।
|
| 4. | उपरोक्त गीतांश अपतन साहित्य परिषद् के गीत से लिया गया है।
|
| 5. | प्रत्येक गीतांश के साथ क्रमशः गीत से सम्बन्धित प्रश्न पूछे गए हैं।
|
| 6. | क्या ये गीतांश उस काल में भावी गीत की दिशा का संकेत
|
| 7. | नीचे के गीतांश में ऐसी ही अनूठी उद्भावना हुई है पावन शृंगारानुभूति की।
|
| 8. | एक सीमेंट पत्थर-शहर की तपती दोपहर की समग्र आकृति है इस गीतांश में।
|
| 9. | इन दोनों के अलावा गीतांश खेड़ा (49) और सिद्धार्थ कौल (नाबाद 32) ने भी उपयोगी योगदान दिया।
|
| 10. | नवगीत में श्रृंगार-भाव की यथार्थ परक-सृष्टि कैसे होती है, इसका उपर्युक्त गीतांश एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
|