वह शक्ति या भाव जो मन में नयी,अनोखी,अनदेखी,अनसुनी आदि बातों के स्वरूप को उपस्थित करती है:"मूर्तिकार की कल्पना पत्थर को तराश कर मूर्त रूप प्रदान करती है" पर्याय: कल्पना, खयाल, ख़्याल, ख्याल, फंतासी, कल्पना_शक्ति, तसव्वुर, तसव्वर, तसौवर,
किसी राग या रागिनी के समस्त शास्त्रीय लक्षणों से युक्त गेय पद या गीत:"गाए जाने की गति के विचार से ख़याल तीन प्रकार के (विलंबित, मध्य और द्रुत) होते हैं" पर्याय: खयाल, ख़्याल, ख्याल,
अंतःकरण या मन की वह वृति या शक्ति जो उसे किसी चीज या बात का बोध कराती, उसमें कोई धारणा उत्पन्न करती अथवा कोई स्मृति जाग्रत करती है:"मैंने उन्हें एक बार देखा तो है पर उनकी आकृति अभी ध्यान में नहीं आ रही है" पर्याय: ध्यान, खयाल, ख़्याल, ख्याल, स्मृति, याद, सुध, सुधि, तसव्वुर, तसव्वर, तसौवर, नज़र, नजर,