| 1. | 1. सहज कृशता 2. जन्मोत्तर कृशता
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| 2. | 1. सहज कृशता 2. जन्मोत्तर कृशता
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| 3. | शरीर में बढ़ा हुआ वायु कृशता पैदा करता है ।।
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| 4. | कृशता जाती रही और आधी चूड़ियाँ कड़ी होकर तड़-तड़ टूट गईं।
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| 5. | अनेक रोगों के कारण भी धातुक्षय होकर कृशता उत्पन्न होती है।
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| 6. | कृशता मे शीतल जल का पान भोजन के तुरन्त बाद करना चाहिए।
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| 7. | कृशता के वर्णन में जायसी ने कविप्रथानुसार पूरी अत्युक्ति की है,
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| 8. | कृशता को स्पष्टतया समझने की दृष्टि से निम्नानुसार वर्गीकृत किया जाता है।
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| 9. | कृशता यानि दुबलापन मिटाना हो तो पिश्ते के साथ शक्कर का सेवन २ मॉस तक
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| 10. | के महीने में भी पड़ोसियों का रहना कठिन हो जाता है, 2 कृशता के कारण विरहिणी
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